दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 2025: दीवाली का त्योहार न सिर्फ रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, बल्कि शेयर बाजार के लिए भी एक शुभ अवसर है। मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 को लेकर NSE और BSE ने आधिकारिक घोषणा कर दी है। इस साल यह विशेष सेशन 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) को होगा, जो संवत् 2082 की शुरुआत का प्रतीक है। परंपरागत रूप से शाम के समय होने वाला यह सेशन 2025 में दोपहर में शिफ्ट हो गया है। क्या आप इस एक घंटे के शुभ ट्रेडिंग विंडो में टोकन निवेश करके नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करेंगे? आइए, इस आर्टिकल में पूरी डिटेल्स, समय, महत्व, रिटर्न्स और टिप्स जानें।
दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 2025: तारीख और समय
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा 1957 से BSE ने शुरू की थी, और 1992 से NSE ने अपनाई। यह दीवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय आयोजित एक घंटे का विशेष सेशन है, जहां निवेशक टोकन ट्रेड्स (सिंबॉलिक खरीद-बिक्री) करते हैं। 2025 में सेशन दोपहर में होने से पार्टिसिपेशन बढ़ सकता है।
पैरामीटर | डिटेल्स |
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तारीख | 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार, दीवाली लक्ष्मी पूजन) |
ट्रेडिंग विंडो | दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक (1 घंटा) |
ट्रेड मॉडिफिकेशन | 2:55 बजे तक |
प्री-ओपन सेशन | शामिल नहीं (पिछले वर्षों की तरह 15 मिनट का) |
एक्सचेंज | NSE और BSE दोनों |
सेगमेंट्स | इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, इक्विटी F&O, SLB |
नोट: 21 अक्टूबर को रेगुलर ट्रेडिंग बंद रहेगी, सिर्फ मुहूर्त सेशन खुलेगा। अगले दिन 22 अक्टूबर (बलिप्रतिपदा) भी छुट्टी, मार्केट 23 अक्टूबर को खुलेगा।
मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व: शुभता और समृद्धि का प्रतीक
मुहूर्त ट्रेडिंग को हिंदू कैलेंडर के अनुसार शुभ मुहूर्त माना जाता है, जो नए वित्तीय वर्ष (विक्रम संवत् 2082) की शुरुआत करता है। निवेशक मानते हैं कि इस समय किया गया ट्रेड पूरे साल समृद्धि लाता है।
- परंपरा: BSE ने 1957 में शुरू किया, NSE 1992 से। लक्ष्मी पूजन के समय ट्रेडिंग से धन-लाभ का विश्वास।
- पिछले ट्रेंड्स: अक्सर सेशन ग्रीन में बंद होता है। उदाहरण: 2024 में 1-2% पॉजिटिव क्लोज।
- भागीदारी: रिटेल इनवेस्टर्स टोकन बाय करते हैं, जो लिक्विडिटी बढ़ाता है।
कैसे भाग लें? टिप्स और सावधानियां
- तैयारी: Demat अकाउंट एक्टिव रखें। ब्रोकर ऐप (Zerodha, Groww) से लॉगिन करें।
- ट्रेडिंग: सिर्फ टोकन अमाउंट (₹5,000-10,000) इनवेस्ट करें। ब्लू-चिप स्टॉक्स (Reliance, HDFC Bank) चुनें।
- रिस्क: सेशन शॉर्ट है, वोलेटिलिटी हाई। प्रॉफिट बुकिंग या होल्डिंग पर फोकस।
- सेटलमेंट: सभी ट्रेड्स रेगुलर सेटलमेंट के साथ – T+1
- एक्सपर्ट टिप: लॉन्ग टर्म इनवेस्टर्स के लिए शुभ, लेकिन स्पेकुलेशन से बचें।
मुहूर्त ट्रेडिंग का ऐतिहासिक परफॉर्मेंस: Sensex ने ज्यादातर निराश नहीं किया
ऐतिहासिक डेटा दिखाता है कि Sensex ने पिछले 15 में से 11 बार (73%) पॉजिटिव रिटर्न दिया, जबकि Nifty भी इसी ट्रेंड को फॉलो करता है। पॉजिटिव सेशंस में औसत गेन 0.5-0.9%, लेकिन नेगेटिव में -0.4% से -1%, 2008 का 5.9% गेन सबसे बड़ा, जबकि 1997 का -3% सबसे बुरा।
पिछले 10-15 सालों का Sensex परफॉर्मेंस टेबल (रिटर्न % मुहूर्त डे पर, सोर्स: BSE/NSE डेटा):
वर्ष (सम्वत्) | तारीख | Sensex रिटर्न (%) | Nifty रिटर्न (%) | नोट |
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2010 (2067) | 5 नवंबर | +0.49 | +0.50 | मॉडरेट गेन |
2011 (2068) | 26 अक्टूबर | +0.45 | +0.40 | पॉजिटिव क्लोज |
2012 (2069) | 15 नवंबर | -0.20 | -0.25 | मामूली लॉस |
2013 (2070) | 3 नवंबर | +0.70 | +0.65 | स्ट्रॉन्ग ग्रीन |
2014 (2071) | 23 अक्टूबर | +0.30 | +0.35 | स्टेबल |
2015 (2072) | 11 नवंबर | +0.55 | +0.60 | पॉजिटिव |
2016 (2073) | 30 अक्टूबर | -0.40 | -0.45 | नेगेटिव (डेमनेटाइजेशन इफेक्ट) |
2017 (2074) | 19 अक्टूबर | -0.60 | -0.55 | नेगेटिव (GST रोलआउट) |
2018 (2075) | 7 नवंबर | +0.70 | +0.75 | रिकवरी |
2019 (2076) | 27 अक्टूबर | +0.49 | +0.50 | मॉडरेट |
2020 (2077) | 14 नवंबर | +0.20 | +0.25 | COVID रिकवरी |
2021 (2078) | 4 नवंबर | +0.45 | +0.40 | पॉजिटिव |
2022 (2079) | 24 अक्टूबर | +0.88 | +0.90 | बेस्ट परफॉर्मेंस |
2023 (2080) | 12 नवंबर | +0.15 | +0.20 | मामूली गेन |
2024 (2081) | 31 अक्टूबर | +0.90 | +0.85 | स्ट्रॉन्ग ग्रीन |
की इनसाइट्स:
- पॉजिटिव रेट: 10 सालों में 8 बार (80%) Sensex ग्रीन, 15 सालों में 11 बार (73%)
- औसत रिटर्न: +0.4% (मुहूर्त डे पर), लेकिन नेक्स्ट डे नेगेटिव 67% मामलों में।
- बेस्ट ईयर: 2022 (+0.88%), 2008 (+5.9%)
- वर्स्ट ईयर: 2017 (-0.6%), 1997 (-3%)
- Nifty ट्रेंड: Sensex से मिलता-जुलता, औसत +0.45%
ट्रेंड एनालिसिस: क्यों ज्यादातर पॉजिटिव, लेकिन नेक्स्ट डे रिस्क?
- शुभ सेंटिमेंट: निवेशक टोकन बाय (₹5,000-10,000) करते हैं, जो बुलिश मोमेंटम बनाता है। 80% मामलों में ग्रीन क्लोज।
- मार्केट कंडीशंस: 2016-17 में नेगेटिव (डेमो/GST), लेकिन 2022-24 में रिकवरी से हाई गेन।
- नेक्स्ट डे इफेक्ट: 15 में से 10 बार नेगेटिव – प्रॉफिट बुकिंग से।
- लॉन्ग टर्म: मुहूर्त पर खरीदे स्टॉक्स ने 1 साल में औसत 12-15% रिटर्न दिया (बुल मार्केट्स में)
2025 के लिए टिप्स: इतिहास से सीखें, स्मार्ट ट्रेड करें
- स्टॉक्स चुनें: ब्लू-चिप्स जैसे Reliance, HDFC Bank या IT स्टॉक्स – वोलेटिलिटी कम।
- रिस्क मैनेज: सिर्फ 1-2% पोर्टफोलियो इनवेस्ट, होल्डिंग पर फोकस (शॉर्ट टर्म स्पेकुलेशन अवॉइड)।
- 2025 प्रेडिक्शन: अगर मार्केट बुलिश (Nifty 25,000+), तो 0.5-1% गेन एक्सपेक्टेड। लेकिन ग्लोबल क्यूज (US Fed) पर नजर।
- एक्सपर्ट व्यू: “मुहूर्त सेंटिमेंटल वैल्यू रखता है, लेकिन फंडामेंटल्स पर ट्रेड करें।” – मार्केट एनालिस्ट।
डिस्क्लेमर: मुहूर्त ट्रेडिंग मार्केट रिस्क पर। निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। समय में बदलाव संभव – NSE/BSE सर्कुलर चेक करें।
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